नमस्कार मित्रों, इस पोस्ट के माध्यम से हम आपको सारे जहाँ से अच्छा हिंदुस्तान हमारा PDF / Sare Jahan Se Acha Hindustan Humara PDF in Hindi के लिए डाउनलोड लिंक दे रहे हैं। सारे जहां से अच्छा गीत औपचारिक रूप से “तराना-ए-हिंदी” के रूप में जाना जाता था, मुहम्मद इकबाल द्वारा लिखित एक उर्दू भाषा देशभक्ति गीत है। यह गीत/कविता साप्ताहिक पत्रिका इत्तेहाद में 16 अगस्त 1904 को प्रकाशित हुई थी।
इस गीत की पंक्तियाँ मन में देशभक्ति की भावना जगाती हैं। इस गाने को मशहूर गायिका लता मंगेशकर ने गाया था। यह गाना हमारे देश में 26th जनवरी और 15th अगस्त के मोके पर सबसे ज्यादा चलाया जाता हैं।
सारे जहाँ से अच्छा हिंदुस्तान हमारा PDF | Sare Jahan Se Acha Hindustan Humara PDF in Hindi
सारे जहाँ से अच्छा, हिन्दोस्ताँ हमारा।
हम बुलबुलें हैं इसकी, यह गुलिसताँ हमारा।।
ग़ुरबत में हों अगर हम, रहता है दिल वतन में।
समझो वहीं हमें भी, दिल हो जहाँ हमारा।। सारे…
परबत वो सबसे ऊँचा, हमसाया आसमाँ का।
वो संतरी हमारा, वो पासबाँ हमारा।। सारे…
गोदी में खेलती हैं, उसकी हज़ारों नदियाँ।
गुलशन है जिनके दम से, रश्क-ए-जिनाँ हमारा।। सारे….
ऐ आब-ए-रूद-ए-गंगा! वो दिन है याद तुझको।
उतरा तेरे किनारे, जब कारवाँ हमारा।। सारे…
मज़हब नहीं सिखाता, आपस में बैर रखना।
हिन्दी हैं हम वतन हैं, हिन्दोस्ताँ हमारा।। सारे…
यूनान-ओ-मिस्र-ओ-रूमा, सब मिट गए जहाँ से।
अब तक मगर है बाक़ी, नाम-ओ-निशाँ हमारा।। सारे…
कुछ बात है कि हस्ती, मिटती नहीं हमारी।
सदियों रहा है दुश्मन, दौर-ए-ज़माँ हमारा।। सारे…
‘इक़बाल’ कोई महरम, अपना नहीं जहाँ में।
मालूम क्या किसी को, दर्द-ए-निहाँ हमारा।। सारे..
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