ऋग्वेद संहिता पाठ | Rigveda Samhita

ऋग्‍वेद-संहिता ऋग्वैदिक वाङ्मय का मन्त्र-भाग है। इसमें 1017 सूक्‍त हैं। इसे विश्‍व का प्राचीनतम ग्रंथ माना जाता है। विद्वानों के अनुसार ऋग्‍वेद 3500 वर्षों से भी अधिक प्राचीन है।
वैदिक सनातन धर्म में ऋग्वेद का स्थान चारों वेदों में सर्वोच्च माना गया है। इस वेद की दिव्यता का अनुभव आप इस बात से कर सकते हैं कि विश्व का सर्वाधिक प्राचीनतम ग्रन्थ ऋग्वेद ही है। वैदिक वाङ्मय में ऋग्वेद को परम पूज्यनीय माना जाता है। वसन्त पूजा आदि के पावन अवसर पर सर्वप्रथम वेदपाठ ऋग्वेद से ही प्रारम्भ किया जाता है। पुरुषसूक्त में आदि पुरुष से उत्पन्न वेदमन्त्रों में सर्वप्रथम ‘ऋक’ को गिनाया गया है।
आप नीचे दिए हुए डाउनलोड बटन से ऋग्‍वेद-संहिता PDF संस्कृत भाषा में डाउनलोड कर सकते हैं तथा इस दिव्या पाठ का आनंद ले सकते हैं।

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