नमस्कार हमारे प्रिय पाठकों, गायत्री मन्त्र की महिमा से तो आप सभी भलीभाँती परिचित हैं ही, किन्तु आज हम आपको इस लेख के माध्यम से पितृ गायत्री मंत्र pdf के संदर्भ में बताने जा रहे हैं। सनातन धर्म में प्राचीन काल से ही गायत्री मन्त्र का एक विशेष प्रभाव रहा है। गायत्री मन्त्र का विधिवत जाप करने से व्यक्ति अनेक प्रकार की दैविक ऊर्जाओं को आकर्षित कर सकता है।
इसी प्रकार यदि आप श्राद्ध पक्ष के समय अथवा दैनिक जीवन में सूर्योदय के समय ११ ( ग्यारह ) माला पितृ गायत्री मन्त्र संस्कृत का शुद्ध उच्चारण सहित जाप करते हैं, तो निश्चित ही आपके जीवन में से पितृ दोष का अन्त हो जायेगा। हमने अपने प्रिये पाठकों की सुविधा हेतु पितृ गायत्री मन्त्र तथा पितृ प्रणाम मंत्र की पीडीऍफ़ फाइल निर्मित की है, जिसे आप इस लेख के अन्त में दिए गए द्वोणलोड बटन पर क्लिक करके डाउनलोड कर सकते हैं।
Pitra Gayatri Mantra in Hindi PDF
पितृ गायत्री मन्त्र पीडीऍफ़ में आपके लिए पितृ गायत्री मंत्र लिखित में दे रखा है। इस फाइल में आपको पितृ गायत्री मंत्र लिरिक्स ( Pitra Gayatri Mantra Lyrics in Hindi ) भी प्राप्त होंगे। आप पीडीऍफ़ फाइल डाउनलोड करने के पश्चात उसे पढ़ सकते हैं तथा प्रिंट करवा कर अपने घर में दक्षिण दिशा में रख सकते हैं। इस प्रकार घर में पितृ गायत्री मन्त्र को रखने से श्राद्ध पक्ष के समय घर में पितरो का वास होता है तथा वह आपको सुभाशीष प्रदान करते हैं।
पितृ प्रणाम मंत्र / Pitri Pranam Mantra
पितृ गायत्री मन्त्र का जाप आरम्भ करने से पूर्व आपको पितृ प्रणाम मन्त्र का उच्चारण करते हुए अपने समस्त पितरों को श्रद्धापूर्व प्रणाम करना चाहिए। हमने आपके इस पीडीऍफ़ फाइल में पितृ प्रणाम मन्त्र भी दिया हुआ है। अधिकांश लोग इस पितृ प्रणाम मन्त्र को ही पितृ गायत्री मन्त्र समझ कर इसका जाप एवं प्रचार – प्रसार करते हैं। अतः आप यह जान लें की पितृ गायत्री मन्त्र व पितृ प्रणाम मन्त्र दो पृथक मन्त्र हैं, जिन्हें आप हमारे द्वारा निर्मित पितृ गायत्री मंत्र पीडीऍफ़ के द्वारा पढ़ सकते हैं।
पितृ गायत्री मंत्र क्या होता है ?
बहुत से लोग इस बात को लेकर भ्रम रहते हैं कि पितृ ज्ञातृ मन्त्र क्या होता है अथवा पितृ गायत्री मंत्र का अर्थ क्या है। जिस प्रकार गणेश जी को समर्पित गणेश गायत्री मन्त्र, सूर्यदेव को समर्पित सूर्य गायत्री मन्त्र तथा हनुमान जी को समर्पित हनुमान गायत्री मन्त्र आदि होता है, ठीक उसी प्रकार पितरों को समर्पित गायत्री मन्त्र को पितृ गायत्री मन्त्र कहते हैं। इसके विधिवत जाप से आप अनेक प्रकार के पितृ दोषों से बच सकते हैं।
पितृ गायत्री मन्त्र पाठ के लाभ / Pitru Gayatri Mantra Benefits
- पितृ गायत्री मन्त्र का नित्य सूर्योदय के समय ग्यारह माला जाप करने से पितृ लोक में निवास कर रहे पितरों को प्रसन्नता होती है।
- जिन व्यक्तियों की जन्म कुण्डली में पितृदोष उपस्थित है, वह यदि इसका नियमित जाप करते हैं, तो पितृ दोष का निवारण होता है।
- इसका श्रद्धापूर्व इसका जाप करने से घर में धन – धान्य की वृद्धि होती है।
- दैनिक पूजा में नियमित पितृ गायत्री मन्त्र के प्रयोग से वंशवृद्धि होती है।
- पितृदोष के कारण उत्पन्न होने वाले कष्टों के निवारण हेतु यह एक अमोघ उपाय है।
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