श्री दुर्गा अष्टक | Durga Ashtakam

Durga Ashtakam is one of the best ways to please Goddess Durga for improving your life standards. You can gain mental and physical solidity by reciting Durga Ashtakam Every day in the home. Goddess Durga is considered to be a furious form of Devi Adi Shakti but Goddess Durga is so kind to her devotees.
You can recite it through the pdf file which is given below in this article. You can save yourself from various kinds of bottlenecks that you are facing in your life. There are a lot of benefits of reciting this Ashtakam but few of these are given in this article.

श्री दुर्गा अष्टकम स्तोत्र / Durga Ashtakam Lyrics in Hindi

दुर्गे परेशि शुभदेशि परात्परेशि
वन्द्ये महेशदयिते करूणार्णवेशि ।
स्तुत्ये स्वधे सकलतापहरे सुरेशि
कृष्णस्तुते कुरु कृपां ललितेऽखिलेशि ॥ १॥
 
दिव्ये नुते श्रुतिशतैर्विमले भवेशि
कन्दर्पदाराशतसुन्दरि माधवेशि ।
मेधे गिरीशतनये नियते शिवेशि
कृष्णस्तुते कुरु कृपां ललितेऽखिलेशि ॥ २॥
 
रासेश्वरि प्रणततापहरे कुलेशि
धर्मप्रिये भयहरे वरदाग्रगेशि ।
वाग्देवते विधिनुते कमलासनेशि
कृष्णस्तुतेकुरु कृपां ललितेऽखिलेशि ॥ ३॥
 
पूज्ये महावृषभवाहिनि मंगलेशि
पद्मे दिगम्बरि महेश्वरि काननेशि
रम्येधरे सकलदेवनुते गयेशि
कृष्णस्तुते कुरु कृपां ललितेऽखिलेशि ॥ ४॥
 
श्रद्धे सुराऽसुरनुते सकले जलेशि
गंगे गिरीशदयिते गणनायकेशि ।
दक्षे स्मशाननिलये सुरनायकेशि
कृष्णस्तुते कुरु कृपां ललितेऽखिलेशि ॥ ५॥
 
तारे कृपार्द्रनयने मधुकैटभेशि
विद्येश्वरेश्वरि यमे निखलाक्षरेशि ।
ऊर्जे चतुःस्तनि सनातनि मुक्तकेशि
कृष्णस्तुते कुरु कृपां ललितऽखिलेशि ॥ ६॥
 
मोक्षेऽस्थिरे त्रिपुरसुन्दरिपाटलेशि
माहेश्वरि त्रिनयने प्रबले मखेशि ।
तृष्णे तरंगिणि बले गतिदे ध्रुवेशि
कृष्णस्तुते कुरु कृपां ललितेऽखिलेशि ॥ ७॥
 
विश्वम्भरे सकलदे विदिते जयेशि
विन्ध्यस्थिते शशिमुखि क्षणदे दयेशि ।
मातः सरोजनयने रसिके स्मरेशि
कृष्णस्तुते कुरु कृपां ललितेऽखिलेशि ॥ ८॥
 
दुर्गाष्टकं पठति यः प्रयतः प्रभाते
सर्वार्थदं हरिहरादिनुतां वरेण्यां ।
दुर्गां सुपूज्य महितां विविधोपचारैः
प्राप्नोति वांछितफलं न चिरान्मनुष्यः ॥ ९॥
॥ इति श्री मत्परमहंसपरिव्राजकाचार्य
श्रीमदुत्तरांनायज्योतिष्पीठाधीश्वरजगद्गुरू-शंकराचार्य-स्वामि-
श्रीशान्तानन्द सरस्वती शिष्य-स्वामि श्री मदनन्तानन्द-सरस्वति
विरचितं श्री दुर्गाष्टकं सम्पूर्णम्॥
 

श्री दुर्गा अष्टक पाठ के लाभ / Benefits Reciting Durga Ashtakam PDF in Hindi

  • इस अष्टक के पाठ से जातक की शरीरिक व मानसिक कष्ट दूर होते हैं।
  • यदि आप प्रतिदिन इस अष्टक का पाठ कर सकते हैं, तो यह आपके जीवन में चमत्कारी परिवर्तन कर सकता है।
  • श्री दुर्गा जी की कृपा प्राप्त करने के लिए यह सरल साधन है।
  • यदि आपके दुश्मन आपको परशान कर रहे हैं तो इस अष्टक पाठ अवश्य करें।
  • इस अष्टक के पाठ से आप देवी दुर्गा की कृपा द्वारा मनोरथ पूर्ण कर सकते हैं।

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