भारतीय ध्वज संहिता

नमस्कार पाठकों, इस लेख के माध्यम से आप भारतीय ध्वज संहिता PDF प्राप्त कर सकते हैं। भारतीय ध्वज संहिता में भारत के राष्ट्रिय ध्वज तिरंगा से सम्बंधित नियम तथा निर्देश आदि दिए गए होते हैं जिनका पालन सभी नागरिकों को करना चाहिए।गृह मन्त्रालय ने उद्योगपति सांसद नवीन जिंदल द्वारा प्रस्ताव के बाद यह फैसला किया है कि भारतीय नागरिक अब रात में भी राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा फहरा सकते हैं। इसके लिए शर्त होगी कि ध्वज का पोल वास्तव में लंबा हो और झंडा खुद भी चमके।
इससे पहले जिंदल ने हर नागरिक के मूलभूत अधिकार के तौर पर तिरंगा फहराने के लिहाज से अदालती लड़ाई जीती थी। कांग्रेस नेता जिंदल को दिये गये संदेश में मन्त्रालय ने कहा कि प्रस्ताव की पड़ताल की गयी है और कई स्थानों पर दिन और रात में राष्ट्रीय ध्वज को फहराने के लिए ध्वज के बड़े पोल लगाने पर कोई आपत्ति नहीं है। जिंदल ने जून 2009 में मन्त्रालय को दिये गये प्रस्ताव में बड़े आकार के राष्ट्रीय ध्वज को स्मारकों के पोलों पर रात में भी फहराये जाने की अनुमति माँगी थी।

भारतीय ध्वज संहिता PDF | Bhartiya Dhwaj Sanhita PDF

  • जब भी ध्वज फहराया जाए तो उसे सम्मानपूर्ण स्थान दिया जाए। उसे ऐसी जगह लगाया जाए, जहाँ से वह स्पष्ट रूप से दिखाई दे।
  • सरकारी भवन पर ध्वज रविवार और अन्य छुट्‍टियों के दिनों में भी सूर्योदय से सूर्यास्त तक फहराया जाता है, विशेष अवसरों पर इसे रात को भी फहराया जा सकता है।
  • ध्वज को सदा स्फूर्ति से फहराया जाए और धीरे-धीरे आदर के साथ उतारा जाए। फहराते और उतारते समय बिगुल बजाया जाता है तो इस बात का ध्यान रखा जाए कि ध्वज को बिगुल की आवाज के साथ ही फहराया और उतारा जाए।
  • जब ध्वज किसी भवन की खिड़की, बालकनी या अगले हिस्से से आड़ा या तिरछा फहराया जाए तो ध्वज को बिगुल की आवाज के साथ ही फहराया और उतारा जाए।
  • ध्वज का प्रदर्शन सभा मंच पर किया जाता है तो उसे इस प्रकार फहराया जाएगा कि जब वक्ता का मुँह श्रोताओं की ओर हो तो ध्वज उनके दाहिने ओर हो।
  • ध्वज किसी अधिकारी की गाड़ी पर लगाया जाए तो उसे सामने की ओर बीचोंबीच या कार के दाईं ओर लगाया जाए।
  • फटा या मैला ध्वज नहीं फहराया जाता है।
  • ध्वज केवल राष्ट्रीय शोक के अवसर पर ही आधा झुका रहता है।
  • किसी दूसरे ध्वज या पताका को राष्ट्रीय ध्वज से ऊँचा या ऊपर नहीं लगाया जाएगा, न ही बराबर में रखा जाएगा।
  • ध्वज पर कुछ भी लिखा या छपा नहीं होना चाहिए।
  • जब ध्वज फट जाए या मैला हो जाए तो उसे एकान्त में पूरा नष्ट किया जाए।
ध्वज संहिता का प्रथम भाग मानक ध्वज के विवरण और आयाम के साथ संबंधित है।

  • भारतीय तिरंगा ध्वज तीन बराबर आयताकार पट्टियों से बना हुआ है –जिसमें शीर्ष पर केसरिया, बीच में सफेद और नीचे वाली पट्टी में हरा रंग होता है। ध्वज की लंबाई और ऊँचाई का अनुपात 3:2 होता है।
  • बीच की पट्टी में गहरे नीले रंग के अशोक चक्र में 24 तीलियां होती हैं।
  • एक मानक ध्वज हाथ से काटे गए और हाथ से बुने हुए ऊनी/सूती/सिल्क खादी के कपड़े से बनाया जाता है।
                   मानक ध्वज परिमाण
ध्वज आकार संख्या परिमाण मिलीमीटर में
1 6300× 4200
2 3600 × 2400
3 2700 × 1800
4 1800 × 1200
5 1350 × 900
6 900 × 600
7 450 × 300
8 225 × 150
9 150 × 100

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