अक्षय नवमी पूजा विधि | Akshay Navami Puja Vidhi

नमस्कार पाठकों, इस लेख के माध्यम से आप अक्षय नवमी पूजा विधि / Akshay Navami Puja Vidhi PDF प्राप्त कर सकते हैं। अक्षय नवमी के दिन को हिन्दू धर्म में बहुत अधिक महत्वपूर्ण माना जाता है। अक्षय नवमी को विभिन्न स्थानों पर आँवला नवमी अथवा आमला नौमी के नाम से भी जाना जाता है।
अक्षय का अर्थ होता है जिसका छय न हो अथार्त जो घटे नहीं। इसलिए माना जाता है कि अक्षय नवमी के दिन किये गए दान – पुण्य का कभी भी छय नहीं होता। अक्षय नवमी के दिन आंवले के पेड़ का पूजन किया जाता है। हिन्दू धर्मिक मान्यताओं के अनुसार माना जाता है कि आंवले के पेड़ में भगवान् श्री हरी विष्णु जी का निवास होता है।

अक्षय नवमी की पूजा की विधि | Akshat Navami Puja Vidhi PDF

  • आंवला नवमी के दिन स्नानादि के बाद स्वच्छ वस्त्र धारण करें पूजन की सामग्री के साथ आंवला के पेड़ के पास जाएं.
  • आंवला के जड़ के पास साफ सफाई कर जल और कच्चा दूध अर्पित करें.
  • जो भी पूजन सामग्री हो उससे आंवला के वृक्ष की पूजा करें.
  • आंवला के वृक्ष के तने पर कच्चा सूत या मौली लपेंटे मौली लपटने के क्रम में वृक्ष की 8 परिक्रमा करें, कई स्थानों पर 108 परिक्रमा करने का भी विधान है.
  • योग्य पंडित या ब्राहाम्ण से आंवला नवमी की कथा सुनें या स्वयं भी इसका पाठ कर सकती हैं.
  • इस दिन सुख समृद्धि की कामना करते हुए वृक्ष के नीचे बैठ कर भोजन करना शुभ माना जाता है.

अक्षत नवमी कथा | Akshat Navami Katha

एक बार एक सेठ ब्राह्माणों को आदर सतकार इस दिन देता था, तो उसके पुत्रों को ये सब अच्छा नहीं लगता था, इसके लिए वह पिता से झगड़ा भी किया करते थे. ऐसे में घर में होने वाली इस लड़ाई से परेशान होकर सेठ ने एक बार घर छोड़ दिया और दूसरे गांव में जाकर रहने लगा.उसने वहां जीवनयापन के लिए एक दुकान लगा ली. यहां उसने दुकान के आगे आंवले का एक पेड़ लगाया. भगवान की कृपा हुई और उसकी दुकान खूब चलने लगी.
खास बात ये थी परिवार से दूर होने पर भी वह यहां भी आंवला नवमी का व्रत-पूजा करने लगा तथा ब्राह्मणों को भोजन कराकर दान देने लगा. दूसरी तरफ पुत्रों का व्यापार पूरी तरह से ठप्प हो गया है, और उनको अपनी गलती का अहसास हुआ. उनकी समझ में यह बात आ गई कि हम पिताश्री के भाग्य से ही खाते थे. इसके बार बेटे अपने पिता के पास गए और अपनी गलती की माफी मांगने लगे. फिर पिता की आज्ञानुसार उन्होंने भी आंवला के पेड़ की पूजा की इसके प्रभाव से उनके घर में भी पहले जैसी खुशहाली आ गई.

अक्षय नवमी 2021 मुहूर्त | Akshat Navami 2021 Shubh Muhurat

अक्षय नवमी शुक्रवार, नवम्बर 12, 2021 को

अक्षय नवमी पूर्वाह्न समय – 06:41 ए एम से 12:05 पी एम

अवधि – 05 घण्टे 24 मिनट्स

नवमी तिथि प्रारम्भ – नवम्बर 12, 2021 को 05:51 ए एम बजे

नवमी तिथि समाप्त – नवम्बर 13, 2021 को 05:31 ए एम बजे

You may also like :

You can download Akshay Navami Puja Vidhi PDF in Hindi by clicking on the following download button.

Leave a Comment